Gautam Adani ने ग्रुप के शेयरहोल्डर्स को किया संबोधित. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
देश के सबसे अमीर उद्यमी गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने मंगलवार को कहा कि अडाणी समूह कभी भी भारत में निवेश से पीछे नहीं हटा है क्योंकि समूह की वृद्धि देश की आर्थिक प्रगति से जुड़ी हुई है. अडाणी ने समूह के शेयरधारकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उनका समूह देश में एक नए ऊर्जा कारोबार पर 70 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है. उन्होंने कहा कि इसकी मदद से भारत कच्चे तेल के आयातक की जगह हरित हाइड्रोजन (Green Hydrogen) का निर्यातक बन जाएगा.
अडाणी ने कहा, ‘हमने कभी भी भारत में अपने निवेश को न तो धीमा किया है और न ही निवेश से अपने कदम पीछे खींचे हैं.’ अडाणी के मुताबिक, समूह की सोच है कि उसकी सफलता भारत की वृद्धि के साथ जुड़ी हुई है.
अडाणी ने कहा कि उनका समूह देश में हवाईअड्डों का सबसे बड़ा परिचालक बनकर उभरा है और होल्सिम के अधिग्रहण के साथ समूह ने अब सीमेंट कारोबार में भी अपने कदम रख दिए हैं.
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ग्रीन हाइड्रोजन के लिए टोटल एनर्जीज के साथ हुई है डील
पिछले महीने फ्रांस की प्रमुख ऊर्जा कंपनी टोटल एनर्जीज और अडाणी समूह की ओर से घोषणा आई थी कि अडाणी समूह के फ्रेंच कंपनी हरित हाइड्रोजन उद्यम में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगी. गौतम अडाणी की कंपनी कार्बन मुक्त ईंधन तैयार करने के लिए अगले 10 वर्षों में 50 अरब डॉलर से अधिक निवेश करने वाली है.
अडाणी समूह ने एक बयान में कहा कि उसने संयुक्त रूप से दुनिया का सबसे बड़ा हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए फ्रांसीसी फर्म के साथ नयी साझेदारी की है. हालांकि, बयान में इस सौदे की राशि के बारे में नहीं बताया गया था. बयान में कहा गया, ‘इस रणनीतिक गठजोड़ में टोटल एनर्जीज, अडाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल) में अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) से 25 प्रतिशत अल्पांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी.’
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)