सरकारी सचेतक आदि श्रीनिवास ने दोहराया है कि सरकार का इरादा ऋतु बंधु योजना को वास्तविक किसानों और खेती योग्य भूमि तक सीमित रखना है, न कि रियल एस्टेट उद्यमों और पहाड़ियों तक।
यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने रियल एस्टेट उपक्रमों, सड़कों और पहाड़ियों को लाभ दिया, जहां खेती नहीं होती थी। उन्होंने पूछा, “अगर सरकार उन्हें बाहर रखना चाहती है तो (पूर्व मंत्री) हरीश राव इतने चिंतित क्यों हैं?”
उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर 15 अगस्त तक किसानों का कर्ज माफ करेगी, जैसा कि मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा है। उन्होंने कहा, “श्री हरीश राव को अपने वादे पर कायम रहना चाहिए कि अगर 15 अगस्त तक किसानों का कर्ज माफ हो जाता है तो वे इस्तीफा दे देंगे। त्यागपत्र के साथ तैयार रहें।”
श्रीनिवास ने कहा कि मुख्यमंत्री को किसानों और उनके कल्याण की बहुत चिंता है। अब तक 68 लाख किसानों को रायथु बंधु योजना के तहत 7,625 करोड़ रुपये मिले हैं और यह पैसा मई में ही दे दिया गया था, जबकि बीआरएस शासन के दौरान पैसे बांटने में कई महीने लग जाते थे।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि नकली बीज बेचते हुए पाए जाने वाले लोगों पर निवारक निरोध अधिनियम लगाया जाएगा।