कोलंबो, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अधिनियम को मंजूरी दे दी है, जिससे देश के निवेश ढांचे को वर्तमान वैश्विक माहौल के अनुरूप बनाकर द्वीपीय राष्ट्र को नए लाभ मिलने की उम्मीद है, ऐसा सरकारी मीडिया ने कहा है।
पीएसएम न्यूज ने मंगलवार को बताया कि पिछला अधिनियम 45 वर्षों से प्रभावी था और अब वह वर्तमान वैश्विक निवेश परिवेश और आर्थिक स्थितियों से मेल नहीं खाता था।
पीएसएम न्यूज के अनुसार, नए अधिनियम का उद्देश्य यह दिशा-निर्देश स्थापित करना है कि विदेशी निवेशक मालदीव में किन क्षेत्रों में निवेश कर सकते हैं, निवेश की अनुमति देने के लिए नियमों की रूपरेखा तैयार करना तथा निवेशकों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
आर्थिक विकास एवं व्यापार मंत्री मोहम्मद सईद के हवाले से पीएसएम न्यूज ने बताया कि नया कानून मालदीव में निवेशकों का विश्वास बढ़ाने तथा बैंकों और वित्तीय संस्थानों से वित्तपोषण तक पहुंच को आसान बनाने के लिए बनाया गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सईद ने कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनका उद्देश्य व्यापार के अवसरों का विस्तार करना, एक स्थायी कारोबारी माहौल को बढ़ावा देना, व्यापार को बढ़ावा देना और मालदीव में व्यापार को सुविधाजनक बनाना है।
उन्होंने कहा कि विदेशी निवेश अधिनियम में नवीनतम संशोधन से मालदीव की अर्थव्यवस्था के विकास के लिए विदेशी निवेश की भूमिका का विस्तार होगा।
विधानमंडल के संबंध में राष्ट्रपति कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में सईद ने कहा कि सरकार का लक्ष्य मालदीव में अनुकूल व्यापार वातावरण बनाना है।
विदेशी निवेश अधिनियम 1979 में अधिनियमित किया गया था।
सईद ने कहा कि इस कठोर कानून में नये संशोधन आधुनिक सुधार लाएंगे, जिससे आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
उन्होंने कहा, “व्यापार का विस्तार करना, मालदीव को व्यापार के लिए सुविधाजनक स्थान बनाना, तथा रियल एस्टेट और अन्य ऐसे आर्थिक क्षेत्रों का विकास करना। मेरा मानना है कि यह कानून मालदीव के व्यवसायों और मालदीव में निवेश करने वाले विदेशी व्यवसायों के लिए बढ़ावा देगा।”
सईद ने कहा कि नया कानून विदेशी निवेशकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।
लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थानीय व्यवसायों के हितों की रक्षा की जाएगी।
पत्रकारों से बात करते हुए अटॉर्नी जनरल अहमद उषाम ने कहा कि सरकार का सबसे बड़ा लक्ष्य मालदीव को ‘निवेशक अनुकूल’ देश बनाना है।
उषाम ने कहा कि सरकार इसे साकार करने के लिए बड़े कानूनी सुधारों पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, “हमने मालदीव को निवेशक अनुकूल देश बनाने के लिए बड़े कानूनी सुधार करने के प्रयास शुरू किए हैं। ऐसे कानूनों को बनाने में काफी समय लगता है।”
सरकार के अनुसार, विदेशी निवेश अधिनियम में संशोधन का उद्देश्य विदेशी निवेशकों से संबंधित मामलों में सुधार लाना, आधुनिक सुधार लाना तथा विदेशी निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए एक ढांचा प्रस्तुत करना है।