देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार शाम सोनप्रयाग-मुनकटिया के बीच मलबा गिरने से हुई दुर्घटना में हुई जनहानि की खबर मिलने पर शोक व्यक्त किया।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, “सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेक्टर मजिस्ट्रेट सोनप्रयाग को तुरंत बचाव के लिए भेज दिया गया।”
विज्ञप्ति में कहा गया है, “बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर तेजी से अभियान चलाया, जिसमें 1 मृत और 2 घायलों को बाहर निकाला गया। घायलों को तुरंत उपचार के लिए एम्बुलेंस के जरिए सोनप्रयाग भेजा गया।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “इस दुखद दुर्घटना में हमने एक अनमोल जीवन खो दिया है और कहा, “मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। बचाव अभियान अभी भी जारी है और सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”
मुख्यमंत्री धामी उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर भी इस दुर्घटना के बारे में पोस्ट किया और यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की।
सीएम धामी ने अपने पोस्ट में लिखा, “सोनप्रयाग-मुनकटिया (रुद्रप्रयाग) के बीच कुछ यात्रियों के मलबे में दबे होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला। स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं। मैं भी संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं और बचाव अभियान की निगरानी कर रहा हूं। मैं यात्रियों की सुरक्षा के लिए बाबा केदार से प्रार्थना करता हूं।”
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, “सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेक्टर मजिस्ट्रेट सोनप्रयाग को तुरंत बचाव के लिए भेज दिया गया।”
विज्ञप्ति में कहा गया है, “बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर तेजी से अभियान चलाया, जिसमें 1 मृत और 2 घायलों को बाहर निकाला गया। घायलों को तुरंत उपचार के लिए एम्बुलेंस के जरिए सोनप्रयाग भेजा गया।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “इस दुखद दुर्घटना में हमने एक अनमोल जीवन खो दिया है और कहा, “मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। बचाव अभियान अभी भी जारी है और सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”
मुख्यमंत्री धामी उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर भी इस दुर्घटना के बारे में पोस्ट किया और यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की।
सीएम धामी ने अपने पोस्ट में लिखा, “सोनप्रयाग-मुनकटिया (रुद्रप्रयाग) के बीच कुछ यात्रियों के मलबे में दबे होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला। स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं। मैं भी संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं और बचाव अभियान की निगरानी कर रहा हूं। मैं यात्रियों की सुरक्षा के लिए बाबा केदार से प्रार्थना करता हूं।”