उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षाबंधन से पहले राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी, चंपावत में आयोजित कार्यक्रम में 3,916.85 लाख रुपये की 26 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘मुख्यमंत्री धामी ने 2510.95 लाख रुपये की 13 योजनाओं का लोकार्पण तथा 1465.90 लाख रुपये की 13 योजनाओं का शिलान्यास किया।’’
इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने मुख्यमंत्री धामी की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा और उनकी दीर्घायु की कामना की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बेलखेत क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा कार्य, राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी की सुरक्षा के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्य, बेलखेत में झूला पुल निर्माण समेत कई घोषणाएं कीं।
उन्होंने चम्पावत में निर्माणाधीन स्टेडियम का नाम स्वर्गीय कैलाश गहतोड़ी के नाम पर रखने तथा ग्राम पंचायत दुधौली के खड़कोड़ी मार्ग का नाम भारतीय सेना के शहीद कमांडो नवीन सिंह बिष्ट के नाम पर रखने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के तहत महिला लाभार्थियों को चेक वितरित किए तथा जिला खनन न्यास निधि से पशुपालन विभाग को प्रदान की गई एम्बुलेंस और आपदा प्रबंधन के तहत पुलिस विभाग को प्रदान की गई तीन मोटरसाइकिलों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने जनपद में बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया तथा जनपद की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पिरूल, ऐपण, सूत व अन्य स्थानीय उत्पादों से निर्मित हस्तनिर्मित राखियों व अन्य निर्मित उत्पादों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चम्पावत उनका घर है और यहां का हर व्यक्ति उनका परिवार है। उन्होंने कहा कि वह हर परिस्थिति में प्रदेशवासियों के साथ खड़े रहेंगे।
सीएम धामी ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है, महिलाओं के सम्मान के साथ ही इस पर्व का पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व भी है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह त्योहार हमें अपने कर्तव्यों और वादों का भी बोध कराता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार महिलाओं के उत्थान पर लगातार काम कर रही है।’’
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा, “राज्य में डेढ़ लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की दिशा में काम चल रहा है। हमारा प्रयास विभिन्न जनकल्याणकारी एवं महिला सशक्तिकरण आधारित योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।”
उन्होंने कहा, “स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं स्वयं, अपने परिवार और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का निर्णय लिया है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखण्ड के हर जिले में महिला शक्ति अग्रणी है।
स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों को भी पीछे छोड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री सशक्त बहन महोत्सव योजना के तहत महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को बेचने के लिए उचित बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सर्वाधिक कार्य हुआ है।
सीएम धामी ने कहा, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना बेटियों के सपनों को पंख देने के लिए शुरू की गई थी। आज महिला शक्ति हर क्षेत्र में प्रतिनिधित्व कर रही है और देश का नाम विश्व पटल पर दर्ज करा रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं खेत में अनाज उगाने से लेकर अंतरिक्ष तक अपनी छाप छोड़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि चम्पावत के साथ ही उत्तराखंड के विकास के लिए लगातार बड़े फैसले लिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चम्पावत को आदर्श जिला बनाने के लिए विशेष परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है तथा राज्य सरकार द्वारा लिए गए आदर्श चम्पावत के संकल्प पर प्राथमिकता के आधार पर काम चल रहा है।
(इस रिपोर्ट के केवल शीर्षक और चित्र पर बिजनेस स्टैंडर्ड स्टाफ द्वारा फिर से काम किया गया हो सकता है; शेष सामग्री एक सिंडिकेटेड फ़ीड से स्वतः जेनरेट की गई है।)
पहले प्रकाशित: 18 अगस्त 2024 | 9:45 PM प्रथम